आर्मस्ट्रांग, एल्ड्रिन और कोलिन्स ने चाँद पर जाने और वापस अंतरिक्ष में आने के दौरान लगभग 10 लाख मील की दूरी एक बड़ी कार के बराबर के कम्पार्टमेंट में एक साथ रह कर बिताई.
कमांड मॉड्यूल में लॉन्च और लैंडिंग के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को बेंच की तरह "काउच" में बांधा गया था, जिसका आकार 3.9 मीटर (12.8फ़ुट) था.
यहां छोटी जगह में क़ैद होने के डर के लिए कोई जगह नहीं थी.
• धरती की वो जगह जहां जाते हैं अंतरिक्षयात्री
• इंसान के चांद पर पहली बार उतरने की पूरी कहानी
कमांड मॉड्यूल के पीछे सर्विस मॉड्यूल था, जिसमें ईंधन टैंक और इंजन था.
लूनर मॉड्यूल (एलएम या "लेम") को कमांड और सर्विस मॉड्यूल के पीछे एक कम्पार्टमेंट में रखा गया था.
पृथ्वी छोड़ने के बाद, अपोलो ने लूनर मॉड्यूल के साथ डॉक करने के लिए उड़ान भरी, जिसे कमांड मॉड्यूल के पीछे अंतरिक्ष में ले जाया गया, जहां से ये चंद्रमा की तरफ मुड़ गया.
जब अंतरिक्ष में बीफ़ सैंडविच छुपाकर ले गए थे एक वैज्ञानिक
Module of Apollo 17. This picture was taken from the Loon module.
3. Mathematical African-American Women Helped Draw the Road to the Moo
In the pre-digital era, NASA produced a large number of female satellites.n.
Katherine Johnson (photo taken in 1962)
In particular, the name of a woman, Katherine Johns, became famous for calculating the launch path of the first space Americans Alan Shepherd and John Glenn. After this
This space path helps the spacecraft to return to Earth outside the Moon's gravity without using rocket fuel.
However, as Apollo 11 approached its destination, space
Apollo 11 Lunar ModuleWhen Apollo 13's Lunar Module acted as a lifeboat in that mission, but had to be terminated midway after the explosion.
Most of the other modules were sent back to the surface to crash-land.
__________________________________________
Skk
All new things
Kisi aur topic ke bare mein jankari lene ke liye ye hamen comment kare
Thank you 👍💯👍🆕🎉
No comments:
Post a Comment
S.k.k.